सहायक शिक्षक फेडरेशन की बैठक में विधानसभा घेराव की बनी रणनीति
सहायक शिक्षक फेडरेशन का एक महत्वपूर्ण बैठक हॉल ही में सम्पन्न हुआ, जिसमें चारो ब्लाक से आये पदाधिकारियों व शिक्षकों द्वारा 22 जुलाई को सहायक शिक्षक फेडरेशन की एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति को लेकर एक दिवसीय विधान सभा घेराव का निर्णय लिया गया।
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कई बार आंदोलन किया जा चुका है। एकबार फिर शासन का ध्यानाकर्षण करने की कोशिश
सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बैठक में बताया कि कई बार विधानसभा घेराव व अनिश्चित कालीन आंदोलन के साथ अन्य मंच में शामिल होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा सहायक शिक्षक फेडरेशन की मांगो को लेकर बार-बार सिर्फ आश्वाशन देकर नजरंदाज किया गया। जिसके चलते फेडरेशन मजबूर होकर फिर से सहायक शिक्षक फेडरेशन के सदस्य सहायक शिक्षकों के आंदोलन को लेकर चर्चा किया गया । चर्चा के बाद सभी पदाधिकारियों ने आपस मे सलाह मशवरा कर 22 जुलाई को विधानसभा घेराव की रणनीति बनाई जिसमे जिले से 250 से 300 शिक्षको के शामिल होने की संभावना जताई गई है। ज्ञात हो कि सहायक शिक्षक फेडरेशन द्वारा इसके पहले भी वेतन विसंगति की मांग को लेकर आंदोलन किया जा चुका है। परन्तु इनकी माँगों पर शासन कोई ठोस निर्णय अब तक नहीं लिया गया है, इसलिए यह आंदोलन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है।
शाला संचालन समय सारिणी को लेकर भी हुई चर्चा
NCERT द्वारा जारी की गई 9:45 से 4 तक कि शाला समय सारिणी को लेकर फेडरेशन ने चर्चा की, जिसमे सभी सदस्यों ने ने कहा कि ये समय सारणी जनहित व छात्र हित के साथ शिक्षकों के हित मे नही है। फेडरेशन ने शासन के 10 से 4 बजे तक के शाला संचालन समय सारिणी का समर्थन करते हुए इसे लागू करने की मांग की है। बैठक में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष पुरषोत्तम झाड़ी, सचिव राजेश मिश्रा, चारों ब्लाक अध्यक्ष, महेश शेट्टी, गोपाल पांडे रमेश कारम व मोहसिन खान, रमन झा, सुनील झाड़ी, शांति लाल वर्मा, दिनेश कोलमूल, राजेन्द्र ठाकुर, लछिन्दर हेमला, बुधराम कोरसा व अन्य शिक्षक-शिक्षकाएं उपस्थित रहे।
ज्ञातव्य है कि छात्र किसान परिवार से जुड़े होने के कारण प्रातःकाल कृषि एवं घरेलू कार्य सीखते हैं किंतु शाला संचालन समयावधि में संशोधन करने से छात्र उक्त महत्वपूर्ण कौशल सीखने से वंचित हो रहे हैं।
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